सिसिनेराध्वनि संगीत
पेट की चर्बी समाप्त
पूरे विश्व में अमरीका के सोलह राज्य में जैसे अलबामा, वाशिंगटन, मिसिसिपी, यूटा, वेस्ट वर्जीनिया और न जाने कितने राज्य इस तरह यहां के लोग मोटापे से परेशान हैं। और मेडसीन क्या उपयोग और योगा किया करते हैं। और फिर अनेको उपाय कर रहे हैं। इसके बाद भी मोटापा पेट की चर्बी घटने को तैयार नहीं है। तो आइए जानते हैं। Natural तरीके से आपका मोटापा कैसे घटेगा लेकिन सबसे पहले गहन तरीके से समझना बहुत जरूरी है। जब आप समझ जायेंगे। बिना दवा बिना खान पान को रोके
आप प्रत्येक दिन अपनी बढ़ती चर्बी को बर्न कर लेंगे। जिस तरह प्रत्येक दिन पानी पीते हैं। ठीक इसी प्रकार हर रोज अपने बढ़ते चर्बी को बर्न कर लेंगे।और यह काम होगा संगीत में पिरोया गया एक विशेष प्रकार से उत्सर्जित ध्वनि से हालांकि इस बात पर कोई यकीन नहीं करेगा। की ध्वनि भला मोटापा कैसे घटाएगी। और चर्बी को बर्न कैसे करेगी। तो जिसे संगीत शास्त्र और ध्वनि शास्त्र का कोई नॉलेज नहीं है। वही यह बात सोच सकता है। आइए ध्वनि की शक्ती के बारे बतलाता हूं। राजा अकबर के दरबार में जब तानसेन अपनी ध्वनि मुंह से छेड़ता था तो दीपक जल उठता था। और दरबार में बैठे सभी प्रजा के शरीर में आग के जैसा ज्वाला उत्पन्न कर दिया था। फिर लोग अपने गर्म पसीने से तंग होकर, उसे कम करने के लिए महान गायक तानसेन के आगे लोग हाथ जोड़ खड़ा हो जाते थे। कि शरीर के गर्म पसीने को कम करें। ध्वनि के बारे में यह एक ऐतिहासिक सबूत प्रमाण है। लेकिन यहां अलग अलग ध्वनि अलग अलग कार्य करती है। ठीक उसी प्रकार से जैसे अलग अलग फूल अलग अलग सुगंध दिया करते हैं। तो इस वेबसाइट पर जो ध्वनि है।
अगर आपका वजन की संख्या 108 से अधिक है तो वजन को 108 से डिवाइड करना है। जैसे अगर आपका वजन 300 किलोग्राम है। तो 300 को 108 से डिवाइड करना है। तो आयेगा 2.7, फिर दोनो संख्या को जोड़ दें। कुल 9 हुआ तो आपका वजन प्रत्येक रात 9 मिलीग्राम चर्बी यह ध्वनि आपके शरीर से निश्चित तौर पर घटा देगी। यकीन नहीं आता तो वेट मशीन में सुबह उठकर जाँच-पड़ताल कर सकते हैं। इतनी चर्बी को यह आपके शरीर से जला देगी। अर्थात नष्ट कर देगी।
अगर आपा वजन 108 की संख्या से कम है जैसे आपका वजन 90 किलोग्राम है तो 108 को 90 से डिवाइड करना होगा। तो आएगा 1.2 दोनो नम्बर को जोड़ दें। कितना हुआ 3 आया तो यह 3 मिलीग्राम प्रत्येक रात आपकी चर्बी की जला देगी। इसका गुणांक ध्वनि की विधिक शक्ति यही है। आपको महसूस भी नही होगा। कि आपकी चर्बी को कैसे खत्म कर रही है। कैसे जला रही है। इस ध्वनि को अच्छी तरह से पता है कि आपके शरीर के कितनी चर्बी को नष्ट करना है। और इसका कोई भी साइड इफेक्ट्स भी नहीं है। क्यूंकि शरीर भी एक ध्वनि ही है। इस बात को प्रत्येक धर्म और इस बात को साइंस और विज्ञान इंसानों से छुपाकर रखा है।
108 का जिक्र कोई भी धर्म नहीं करता और ना ही 108 के बारे में कोई ईश्वर उल्लेख करता है। 108 का संबंध सूर्य चंद्रमा ये हमारी प्लानेट और सभी जीव जंतु और मनुष्य का शरीर इसी 108 से ही निर्मित हुए हैं। क्या आपको विश्वास नहीं है। ध्वनि भी अदृश्य तरीके से सीधा और उल्टा 108 बार स्पाईरल करती है। 108 ध्वनि का Code Of Key है।
जब देवी देवताओं को अपनी उम्र बढ़ानी होती है। तो 108 बार उन्हें नित्य करना पड़ता है। हमारी सांस की लंबाई और आत्मा का लेयर भी 108 ही है 27 तारा मंडलों में चार दिशा हैं 27 को 4 से गुना करोगे तो 108 ही आएगा प्रत्येक ध्वनि अपने आप को बार बार 108 बार मोड़ती है और बैंड करती है चंदमा का डार्क साईड अंधेरे का व्यास भी 108 के अनुपात में ही है। ध्वनि का सही मेल शरीर के साथ चुंबकीय गुणांक भेद है शरीर और ध्वनि एक ही पहलू के दो सिक्के हैं। पर ध्वनि की इबादत और पूजा कहीं भी नहीं होती है।
हिंदू धर्म में थोड़ी बहुत 108 की मान्यता है जिसे ईश्वर के अधीन रखा गया है अरबी में जब आप अल्लाह, लिखेंगे तो वो 108 ही है एक के पीछे जीरो है और उसके पीछे आठ है जाकर आप ध्यान से देखिए 108 क्लोनियों से निकल कर आया था बीजानटीन तो यहूदियों की उत्पति भी 108 से ही है। हिंदू धर्म के भगवान शिव शंकर ये भी एक सौ आठ मुद्राओं में नित्य किया करते हैं। सूर्य का डायमीटर पृथ्वी के डायमीटर के 108 गुना है इसका मतलब यह हुआ की सूर्य के डायमीटर में ऐसी ऐसी पृथ्वी 108 क्रमबद तरीके से सजाई जा सकती है।
लिप वर्ष 366 दिनो का होता है तीन को 6 से गुना करें 18 होगा फिर 18 को 6 से गुना करें 108 ही आयेगा कोई भी प्राणी और जीव-जंतु कभी नहीं मरता है लेकिन 108 दिनों बाद मिट्टी जीव-जंतु को खा जाती है और इंसान 108 दिनों के लिए गहरी नींद में जीवन में एक बार सोता है इससे पहले ही लोग उसे दफन या फिर जला दिया करते हैं 108 दिनों की गहरी नींद से इंसान को फिर से उठाना कैसे है इसकी 7 कलाएँ भी हैं। जो इंसान को पता नहीं है।
आप समझ गए होंगे कि हर चीज़ के अंदर ध्वनि होती है ध्वनि के बिना कोई भी वस्तु, कोई भी ठोस और तरल पदार्थ गैस और पदार्थ नहीं बन सकता। मैंने यह साबित कर दिया है। लोहा लोहे को नहीं काटता है। लोहा के अंदर जो छुपी ध्वनि होती है लोहे को वो काटा करती है। लोहा लोहे को काटता है पहले के लोग ऐसा कहते थे लेकिन आज पानी से लोहा को काटा जा रहा है। ध्वनि ही पानी में छिपी है, तो उसे पानी नहीं काट रहा है, बल्कि ध्वनि ही उसे काट रही है। यह लोहे के अंदर छिपी ध्वनि ही है जो लोहे को काटती है। लेकिन लोग समझते हैं की लोहा लोहे को काटता है लोहे को पानी काटे या लोहे को लोहा पर लोहे की कोई भूमिका नहीं होती। सारा कमाल ध्वनि का ही है।
एक बार एक लड़के ने अपने दोस्त को उसकी मां बहन का लगाकर बुरा गाली बका और उसका दोस्त घर जाकर चाकू निकाल कर लाया और अपने दोस्त की गला रेत दिया तो यह क्या था। हत्या ध्वनि ने ही करवा दिया। गाली क्या था। एक ध्वनि ही तो थी जो मुंह से निकल कर आई थी। इस वायुमंडल में कुल 108 प्रकार की ही ध्वनियां हैं जिसमें से कुछ के नाम क्रूशियल, मोनांग, इड्डू, लिथोमा, सेस्ट्र्स , इरिजर्रा इत्यादि। सेस्ट्र्स का प्रयोग शास्त्रीय संगीत में किया जाता है।
बाकी ध्वनियों के बारे ना तो कोई जानता है और ना कोई जान सकेगा जान भी जाए तो इसका कार्य प्रणाली क्या है। इसे समझना नामुमकिन है। सिसीनेरा इर्रीजार इन्सान के प्रत्येक रोग को ठीक करती है जो शरीर में अनावश्यक जिसे इंसानों ने अपनी करतूत से अपने शरीर में पैदा कर लिया है। तो मोटापा चर्बी होना शरीर के लिए यह अनावश्यक ही तो है। और चर्बी को मेडसिन से जलाना यह तो अपने ही शरीर के उपर अत्याचार है। तो इतना कुछ बतलाने के बाद क्या आपको नहीं लगता की ध्वनि शरीर के चर्बी को खत्म कर सकती है।
सिसिनेरा ध्वनि संगीत
ध्वनि संगीत से अभी तक कई लोग अपना वजन कम कर के स्वास्थ्य स्थिति में आ चुके सिसीनेरा यह ध्वनि कोई मामूली ध्वनि नहीं है। यह पूरे विश्व के लोगो के लिए प्रस्तुत किया गया है जिससे कई लोग इसका लाभ उठाकर नेचुरल तरीके से अपना मोटापा कम कर चुके हैं। यह धवनी विश्व के सभी लोगो के लिए मुफ्त है आई सिग्नचर चाहता तो इसके लिए रूपया भी ले सकता है। पर नहीं यह ध्वनि फ्री की है जो अंतरिक्ष और कुदरत ने अदा किया है। हमे और आपके लिए प्रदान किया है। लेकिन आप आई सिग्नचर से मेहनत मजदूरी करवाएंगे तो आपकी मजदूरी मेहनताना कुछ तो देना ही पड़ेगा आज कोई भी व्यक्ति अपने किमती समय को नष्ट कर के किसी के लिए फ्री में कोई काम नहीं करेगा। और ऐसा होना भी नहीं चाहिए।आई सिग्नचरआपके बेहतर स्वास्थ के लिए काम कर रही है। जिससे दुनिया के लोगो के जीवन रक्षा के लिए कदम उठाया है। जिसमें किसी का कई कोई मदद सहयोग नहीं है। अगर आपके शरीर में मोटापा है तो आपकी किडनी हार्ट कभी भी दम तोड देंगे। जिस कारण आपकी मौत निश्चित आयु से पहले ही कई लोग की मौत हो जाती है। जन्म लेने के बाद वह अपनी पूरी उम्र को वह जी नही पाते।
90% मौतें बीमारी से
90% मौतें बीमारी और नजर लगने और पैरानॉर्मल एक्टिविटी के कारण होती हैं। कई बीमारियों के पीछे एक वजह होती है संगीत के सात स्वर हैं जिनके नाम हैं षडज, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद। सामान्य बोलचाल की भाषा में इन्हें सा, रे, गा, मा, पा कहा जाता है। ये ध्वनियाँ सभी के लिए सिद्ध चक्र हैं। यह हमारे मस्तिष्क की अल्फा तरंगों का प्रतीक है। और इसके प्रभाव से हमारी पिट्यूटरी ग्रंथि और अंतःस्रावी ग्रंथियों में परिवर्तन होते हैं। सभी ध्वनि और तरंग से अत्यंत शक्तिशाली हैं। दोनों ही मानव शरीर को बदलने में पूरी तरह सक्षम हैं। ध्वनि का वैज्ञानिक प्रभाव होता है। ये ग्रंथियाँ एक प्रकार का स्रावी द्रव उत्पन्न करती हैं। ये तरल पदार्थ प्रत्येक व्यक्ति के लिए उसके शरीर के दृष्टिकोण, इच्छा, भावना, विविधता, किसी विशेष शारीरिक चिंता के मापदंडों, सोच आदि के अनुसार बनाती है।
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन का कहना है कि संगीत मनोवैज्ञानिक डैनियल जे. लेविटिन, पीएच.डी. मॉन्ट्रियल में मैकगिल विश्वविद्यालय में संगीत का तंत्रिका विज्ञान संज्ञानात्मक विज्ञान में रुझान, अप्रैल, 2013 "दिस इज़ योर ब्रेन ऑन म्यूज़िक" पुस्तक के लेखक लेविटिन से प्लम/पेंगुइन, 2007 ने हमें इस बात के पुख्ता सबूत दिए हैं कि संगीत स्वास्थ्य देखभाल में भूमिका निभाता है। संगीत सुनने और बजाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। संगीत तनाव के स्तर को भी कम करता है। कोलेस्ट्रॉल वसा एक वसा जैसा पदार्थ है जिसकी आपके शरीर को अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यकता नहीं होती है। कोलेस्ट्रॉल और कैलोरी का अस्वास्थ्यकर स्तर उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल नामक स्थिति को जन्म दे सकता है। आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल लिपोप्रोटीन पर ले जाया जाता है। कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल), ध्वनि संगीत कई बीमारियों को ठीक करता है अब न केवल दवाओं से बल्कि अपरंपरागत तरीकों से भी इलाज किया जा रहा है उपचार के तरीके.संगीत के रूप में शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि कैसे संगीत थेरेपी समय से पहले जन्मे बच्चों और अवसाद और पार्किंसंस रोग सहित विभिन्न अंतर्निहित स्थितियों वाले रोगियों में स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करती है।
यह जानते हुए भी मेडिकल साइंस नहीं चाहता कि अस्पताल और दवा की दुकानें ठप हो जाएं या नष्ट हो जाएं जब आपको बुखार और सर्दी होती तो आप तुरंत मेडिकल सेंटर से दवा खरीदकर खा लेते। आपने अपने शरीर को समय नहीं दिया होगा, जिसमें कुछ सामान्य बीमारियाँ ठीक हो सकती थीं। हीलिंग पॉवर से अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ लाइलाज और घातक बीमारियाँ मस्तिष्क के असहनीय तनाव के कारण उत्पन्न होती हैं। अमेरिका में कई कैंसर रोगी जो संगीत के अलावा किसी भी दवा से ठीक नहीं हो सकते थे, संगीत से ठीक हो गये, लेकिन इस घटना की खबर दुनिया भर में फैलने रोका गया संगीतमय ध्वनियाँ दो प्रकार की होती है।
सिसिनेरा से चर्बी कैसे पिघलती है ?
तो आईए इसे जानते हैं नींद से सो जाने के बाद यह आपके शरीर में एक प्रकार का तरल स्राव उत्पन्न करती है जो द्रव्य स्राव किसी अन्य व्यक्ति से मेल नहीं खाता, जैसे हमारी अंगुलियों की रेखाएं किसी दूसरे व्यक्ति से मेल नहीं खाती वह द्रव्य सबसे पहले शरीर के मन की शुद्धि का कारण बनता है इसके बाद वह शरीर के अन्य विकारों, पेट की अतिरिक्त चर्बी और अन्य चर्बी से संबंधित अज्ञात रोगों को नष्ट करने और शरीर के अन्य अंगों की चर्बी को पिघलाने का काम पूरी तरह से करती है
सिसिनेरा से चर्बी कैसे पिघलती है ? नींद से सो जाने के बाद या जागते हुए दोनो स्तर पर यह आपके शरीर में एक प्रकार का तरल स्राव उत्पन्न करती है जो द्रव्य स्राव किसी अन्य व्यक्ति से मेल नहीं खाता, जैसे हमारी अंगुलियों की रेखाएं किसी दूसरे व्यक्ति से मेल नहीं खातीं वह द्रव्य सबसे पहले शरीर के मन की शुद्धि का कारण बनता इसके बाद वह शरीर के अन्य विकारों, पेट की अतिरिक्त चर्बी और अन्य चर्बी से संबंधित अज्ञात रोगों को नष्ट करने और शरीर के अन्य अंगों की चर्बी को पिघलाने का काम पूरी तरह से करता है। यह तरल औषधि से लाखों गुना अधिक गुणकारी है। दोनों के आंतरिक चर्बी और अन्य विकारों को धीरे-धीरे नष्ट कर देता है। इसलिए हम कह सकते हैं कि यह एक प्राकृतिक अनमोल औषधि है। जिसे मनुष्य पैदा नहीं कर सकता।
यह ध्वनि शरीर की इच्छा को गुरुत्वाकर्षण आकर्षण की शक्ति के साथ अछुता होकर निर्धारित करती है। भौतिकी में, द्रव्यमान वजन के समान नहीं है। भले ही द्रव्यमान का ज्ञात द्रव्यमान के साथ सीधे तुलना करने के बजाय स्प्रिंग स्केल का उपयोग करके सामग्री के वजन की गणना करके निर्धारित किया जाता है। चंद्रमा पर किसी वस्तु का वजन उसके कम गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की तुलना में बहुत कम होता है, लेकिन उसका द्रव्यमान भी उतना ही होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वजन एक बल है, जबकि द्रव्यमान एक गुण है जो गुरुत्वाकर्षण के साथ उस बल की ताकत को परिभाषित करता है। इसलिए प्रत्येक स्वांस पर इच्छा और प्राप्ति वजन का बल है तो इच्छा का द्रव्यमान निंद होगा। इंसान जब गहरी नींद से सो जायेगा तभी रोग नष्ट किए जाएंगे यह शरीर और प्रकृति का प्रावधान है। इसलिए डॉक्टर निंद का टैबलेट दिया करते हैं।
प्रकृति के भीतर कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार का झूठा दावा पेश करेगा और दूसरों के बहुमूल्य समय को नष्ट करेगा। तो एक ध्वनि है जिसका नाम है, नूर्चिहिड्रा ,वह उसके शरीर में मौत से पहले उसके शरीर के लिए दर्द का कारण उत्पन्न करती है। और वह व्यक्ति दर्द से तड़प तड़प कर मरता है और मरेगा। जैसे गौतम बुद्ध इनकी मौत भी साधारण नहीं थी। पूरे इतिहास को उठाकर देखिए जितने भी धार्मिक महान और पवित्र लोग अपने आप को बेहतर घोषित किया और सीधे साधे अबोध लोग को अपने से कम वजन के तुल्य घोषित किया और सीधे साधे अबोध लोग को अपने से कम वजन के तुल्य घोषित किया था। उनकी मौत दर्द के कारण ही हुई थी उनकी हत्या से पहले इन बातों को भौतिकी में बुद्धि से समझना एक जटिल कार्य है।
फिर भी कुछ हद तक समझा जा सकता है। किसी वस्तु को हवा में लंबवत उछाले जाने और फिर उसे गिरते हुए देखने के बारे में सोचिए वस्तु की अपनी कोई इच्छा और वजन नहीं होती है। वजन को अंतरिक्ष महत्व नहीं देता ये एक-आयामी गति के कारण ठोस उदाहरण है। वस्तुओं की गति का मूल्यांकन करते समय नज़र रखने वजन की तय दूरी की लंबाई किसी निश्चित समय अंतराल में गतिमान में वजन की वास्तविक दूरी का द्रव्यमान और किसी भी साउन्ड का द्रव्यमान एक ही है।
ट्रिनिट्स का अर्थ पहला आपका वजन कितना है? आपके शरीर की तात्कालिक सुगंध क्या है? तीसरा आपकी लम्बाई क्या है? ये तीनों ट्रिनिट्स कहलाते हैं इस शिशि नेरा ध्वनी का वेव का आकार x के जैसा है। ध्वनी के वेव के गणितीय समीकरण के साथ ट्रिनिटी का गणितीय समीकरण के साथ निषेचन कराए जाने के बाद ऐसी स्थिति में आपके शरीर के सारे ट्रिनट्स की एक हुबहू कॉपी यह ध्वनी बनाती है। जो आपकी नाभि से प्रवेश कर के स्वांस से होते हुए एक नई एनर्जी और तरल शरीर में छोड़ देती है ऐसा होने से वह तरल स्राव आपके मानसिक विचार और खाने पीने की इच्छा की रुचि के मुताबिक यह तय करती है। कि प्रत्येक रात कितनी चर्बी बढ़ रही है। जिसे यह ध्वनि की गर्म ऊर्जा उसे अवशोषित कर लेती है। आपके शारीरिक हड्डियों की आवश्यकतानुसार यह तय करती है। की इस शरीर में कितना वजन की जरूरत है। और यह काम स्राव तरल से उत्पन हुई ऊर्जा माइक्रोसेकंड के 108 वें भाग से तय करती है।
कई प्रकार की विचित्र लाईट इस पृथ्वी के वायुमण्डल में इनका अस्तित्व है जो छिपी रहती है जिनमें से एक आग भी है बांस के घर्षण से पैदा चिंगारी से आग का ज्ञान हुआ और अंतरिक्ष में एक साथ 5 डांसिंग लाईट भी है। जिनसे अदभुत 108 विचित्र साउंड उत्पन्न होती है। कई विचित्र में से एक लाईट आग की लौ के संपर्क मे आने से कभी कभी जंगलों में विचित्र ध्वनि निकलती प्रज्वलित हो उठती है। यह सभी सजीव के कारणों को निर्मित करने वाली एक ध्वनि है इनमें से कुछ बीमारीयों का अंत करती है। 90% बीमारी मौत रोग के कारण होती है। संगीत के सात सुर होते हैं जिनके नाम षडज्, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद हैं। साधारण बोलचाल में इन्हें सा, रे, ग, म, प, कहते ये ध्वनियां सबके लिए सिद्ध चक्र है। यह हमारे मस्तिष्क की अल्फा तरंगों का प्रतीक है। और इसके प्रभाव से हमारी पिट्यूटरी ग्रंथि और अंतःस्रावी ग्रंथियों में परिवर्तन होते हैं। सभी ध्वनि और तरंग बहुत शक्तिशाली होते हैं। दोनों ही मानव शरीर को बदलने में पूरी तरह सक्षम हैं।
सिसिनेरा ध्वनि संगीत कैसे प्राप्त करें? और कब कैसे सुने?
आपके सुनने के समय की सटीक गणना करना एक जटिल प्रक्रिया है। आपके सुनने के समय आंकड़ों के विभिन्न प्रकार से निकालना इतना कीमती समय आपको आपके लिए समर्पित किया जाएगा आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए जो मोटापे से तंग हो चुके हैं। यह ध्वनि सुनने का सटीक समय क्या है कब सुनना है? सुनने के समय आंकड़ों को निकालना इतने कीमती समय आपको आपके लिए समर्पित किया जाएगा आपके मोटापे से मुक्त होने सफलता के लिए कार्यकलाप मेंटेनेंस प्रयोग कीमती समय के बदले में दान करना चाहिए। जो भारत के लिए सिर्फ 108 रुपये बनते हैं और पूरी दुनिया के लिए यह $100 में है। आपने अनावश्यक चीज़ों पर बहुत सारा पैसा बर्बाद किया होगा। क्या आप प्राकृतिक रुप से अपने शरीर को पहले जैसा नहीं करना चाहते हैं। इसके लिए सफलता पाना चाहते हैं तो यहां आप अपने लिए एक छोटा सा योगदान देंगे और आपको पहले जैसा शरीर वापिस पाने के लिए यहां सफलता मिलेगी निर्भर करता है की आप अपने शरीर के लिए क्या कर सकते हैं? जो अपने शरीर से सच्चा प्रेम करते हैं बीना मोटापा का शरीर चाहते हैं। संगीत सुनने की समय क्या होगा? शरीर की गंध क्या है? तत्कालिक आहार के बारे में जानकारी आगे कैसे इस ध्वनि को सुनना क्या करना है ? आपके ईमेल पर सारी जानकारी भेज दी जाएगी। जब आपने कार्यशील रख रखाव दान भेजा हो तब नीचे (निकाय का परिदृश्य) भरें।
108 दिनों के बाद
हर सजीव निर्जीव में सजीवों की पहचान उनके अभिलक्षणों यथा, प्रजनन, प्रचलन, वृद्धि, उत्सर्जन, मृत्यु में 108 दिनों के बाद बदलाव हो जाता है। शरीर के अंदर रक्त से लेकर कोशिकाओं और विचारों तक सब कुछ बदल जाता है। और आपके शरीर की गंध, रुचि भी इसलिए दिए गये संगीत
ध्वनि के सुनने का समय भी बदलना होगा 108 दिन बीत जाने के बाद आपको दोबारा इसी तरीके से अपना निर्धारित समय शरीर के लिए लेना होगा। ठीक इसी तरीके से
अल्फ़ा तरंग ध्वनि संगीत मोटापा या चर्बी को कम करता है। अल्फा तरंगें एक प्रकार की मस्तिष्क तरंग होती हैं जो आम तौर पर तब होती हैं जब कोई व्यक्ति आराम शांत सतर्क स्थिति में होता है। हालांकि कुछ शोध से पता चलता है कि विश्राम तकनीक, जैसे शांत संगीत सुनना,
तनाव और भावनात्मक खाने को कम करने में मदद कर सकता है, मोटापे पर अल्फा तरंग ध्वनि संगीत के प्रभाव के बारे में विशिष्ट दावे करने से सावधान रहना महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कोई भी ठीक से नहीं जानता
कि ध्वनि संगीत का उपयोग कैसे किया जाए। इसलिए लोग इसके लाभ से वंचित रह जाते हैं।
भारत कुछ महानतम दिमागों की भूमि है। साहित्य और विज्ञान से लेकर कला और रंगमंच तक, भारत असाधारण प्रतिभाशाली व्यक्तियों के कारण सभी क्षेत्रों में अग्रणी रहा है जिन्होंने विश्व को गौरवान्वित किया है। गणित, एक अनुशासन के रुप में, दुनिया में अत्यंत महत्वपूर्ण
प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञों और गणित की दुनिया में उनके योगदान की पड़ताल करता है। गणितज्ञों ने दुनिया की समझ को चुनौती दी और अपने पीछे महत्वपूर्ण खोज और अनुसंधान की विरासत छोड़ गए।